महाभारतसूक्तयः (गान्धारी)
पतिव्रता महाभागा समानव्रतचारिणी।
उग्रेण तपसा युक्ता सततं सत्यवादिनी॥ स्त्री.१६/२॥
महाप्रज्ञा बुद्धिमती देवी धर्मार्थदर्शिनी।
आगमापायतत्वज्ञा कच्चिदेषा न शोचति॥ आश्रमवास.२८/५॥
पतिव्रता महाभागा समानव्रतचारिणी।
उग्रेण तपसा युक्ता सततं सत्यवादिनी॥ स्त्री.१६/२॥
महाप्रज्ञा बुद्धिमती देवी धर्मार्थदर्शिनी।
आगमापायतत्वज्ञा कच्चिदेषा न शोचति॥ आश्रमवास.२८/५॥