सम्भाषणम्:स्वस्त्यस्तु ते...
स्वस्त्यस्तु ते कुशलमस्तु चिरायुरस्तु।गोहस्तिवाजिधनधान्यसमृद्धिरस्तु। ऐश्वर्यमस्तु विजयोऽस्तु रिपुक्षयोऽस्तु कल्याणमस्तु सततं हरिभक्तिरस्तु।
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