प्राचीनतमानि पृष्ठानि
अधो उल्लिखिताः सूचनाः पुरातन्याः उपस्मृत्याः (cached) गृह्णिताः । तस्यां उपस्मृत्यां १५:४२, २२ डिसेम्बर् २०२४ समये परिर्वतनम् अभूत् । अधिकाधिक१५:४२, २२ डिसेम्बर् २०२४परिणामाः अत्र सन्ति ।
- १ क्रमाङ्कात् आरभ्य #५० क्रमाङ्कपर्यन्तं ५० परिणामाः अधः प्रदर्शिताः।
- अक्षैर्मा दीव्यः ॥ (०५:००, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अक्षमालिकोपनिषत् (०५:००, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अतिथिः (०५:००, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अग्ने नय सुपथा राये ॥ (०५:००, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अद्वैतशतकम् (०५:००, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अदीनाः स्याम शरदः शतम् ॥ (०५:००, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अथर्वशिखोपनिषत् (०५:००, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अनर्थः (०५:१४, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अनागोहत्या वै भीमा ॥ (०५:१४, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अनुगीता (०५:१४, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अनृतात् सत्यमुपैमि ॥ (०५:१४, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अनृणाः स्याम ॥ (०५:१४, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अप नः शोशुचदघम् ॥ (०५:१४, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अभ्यासः (०५:१४, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अपूर्वोऽयं मया दृष्टः... (०५:१४, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अयोध्याकाण्ड (०५:३०, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अर्धचन्द्रवदाकारं... (०५:३०, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अवहितं देवा उन्नयथा पुनः ॥ (०५:३०, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अश्मा भवतु नस्तनूः ॥ (०५:३०, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अस्ति ग्रीवा शिरो नास्ति... (०५:३०, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अस्थि नास्ति शिरो नास्ति... (०५:३०, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अहमिन्द्रो न पराजिग्ये ॥ (०५:३०, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अहं सूर्य इवाजनि ॥ (०५:३०, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अहमस्मि सहमानः ॥ (०५:३०, ७ फेब्रवरी २०१३)
- अहमस्मि वीरिणी ॥ (०५:३०, ७ फेब्रवरी २०१३)
- आत्मा (०५:३५, ७ फेब्रवरी २०१३)
- आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः ॥ (०५:३५, ७ फेब्रवरी २०१३)
- आपोद्भूतसुतस्य ज वैरी... (०५:३५, ७ फेब्रवरी २०१३)
- आप्नुहि श्रेयांसमति समं क्राम ॥ (०५:३५, ७ फेब्रवरी २०१३)
- आयुष्मान्जीव मा मृथाः ॥ (०५:३५, ७ फेब्रवरी २०१३)
- आरे बाधस्व दुच्छुनाम् ॥ (०५:३५, ७ फेब्रवरी २०१३)
- गृहे वसतु नो अतिथिः ॥ (०५:३९, ७ फेब्रवरी २०१३)
- गुणः (०५:३९, ७ फेब्रवरी २०१३)
- चक्रैकं न रथी सूर्यः... (०५:४०, ७ फेब्रवरी २०१३)
- चाणक्यनीतिदर्पणः (अष्टमोऽध्यायः) (०५:४२, ७ फेब्रवरी २०१३)
- चाणक्यनीतिदर्पणः (त्रयोदशोऽध्यायः) (०५:४२, ७ फेब्रवरी २०१३)
- चाणक्यनीतिदर्पणः (दशमोऽध्यायः) (०५:४२, ७ फेब्रवरी २०१३)
- चाणक्यनीतिदर्पणः (पञ्चमोऽध्यायः) (०५:४२, ७ फेब्रवरी २०१३)
- चाणक्यनीतिदर्पणः (नवमोऽध्यायः) (०५:४२, ७ फेब्रवरी २०१३)
- चाणक्यनीतिदर्पणः (द्वादशोऽध्यायः) (०५:४२, ७ फेब्रवरी २०१३)
- चाणक्यनीतिदर्पणः (षष्ठोऽध्यायः) (०५:४२, ७ फेब्रवरी २०१३)
- चाणक्यनीतिदर्पणः (षोडशोऽध्यायः) (०५:४२, ७ फेब्रवरी २०१३)
- चाणक्यनीतिदर्पणः (सप्तमोऽध्यायः) (०५:४२, ७ फेब्रवरी २०१३)
- चोदस्व महते धनाय ॥ (०५:४२, ७ फेब्रवरी २०१३)
- चित्रकाव्यम् (०५:४२, ७ फेब्रवरी २०१३)
- जहि रक्षांसि सुक्रतो ॥ (०५:४२, ७ फेब्रवरी २०१३)
- जानतां सं गमेमहि ॥ (०५:४२, ७ फेब्रवरी २०१३)
- जाया पत्ये मधुमतीं वाचं वदतु शन्तिवाम् ॥ (०५:४२, ७ फेब्रवरी २०१३)
- जायेदस्तम् ॥ (०५:४२, ७ फेब्रवरी २०१३)
- ज्योतिर्वृणीत तमसो विजानन् ॥ (०५:४२, ७ फेब्रवरी २०१३)